गुरुवार, 11 सितंबर 2008

व्योमेश चित्रवंश की कविताये: नूतन वर्षाभिनंदन

ओ आने वाले नव शिशु वर्ष
कैसे करूँ तेरा अभिनन्दन
तुझको दू आशीस,सुखी हो
या करू टेरता मई पूजन वंदन
बीते दिन बीते जैसे भी
आने वाले दिन शुभ होगें
सुखद ,शुभम, शिवमय हो केर
नव आशा का संचार करेंगे
आयेगा हर दिन लेकर
नव संदेश हमारे जीवन में
लोटे अपने राम हमारी
सुनी पड़ी अयोध्या में

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