गुरुवार, 29 दिसंबर 2016

बदलते वक्त के संग शुभकामना संदेश: व्योमेश चित्रवंश की डायरी,29 दिसंबर,2016,गुरूवार

बदलते वक्त के संग शुभकामना संदेश

अब नही रहता इंतजार
नये साल पर डाकिये के आने का
बार बार नही उठती है ऑखे
टेबुल पर पड़े हैप्पी न्यू ईयर कार्डों पर
नही रहती होड़ औरों से अच्छा कार्ड चुनने की
कोहरे व ठण्ड भरे दिनों मे कई कई दुकानों पर

क्योंकि अब मिल जाते है शुभकामना संदेश
मोबाईल, टेलीफोन पर 'हैप्पी न्यू ईयर' के तीन शब्दों मे
बारह बजते ही रात के आनन फानन में
वाट्सऐप्प, फेसबुक, एसएमएस व सोशल मीडिया में

पर मुँह से बोले उन तीन शाब्दों मे वह अपनापन
नही महसूस कर पाता मेरा मन
जो साल भर तक रिश्तो को गरमाये रखता था
नव वर्ष के के शुभकामना वाले रंगीन कार्डों में
साल के पहले दिन से आखिरी रात तक
मन को छूती यादों मे
डाकिये के कदमों मे, किवाड़ पर पड़ी दस्तकों में

हम बदल रहे हैं, हमारा स्वभाव बदल रहा है
घड़ी की सूईयों व तारीखों के साथ साल बदल रहा है .

बदलते वक्त के दौर मे आपके संग बिताये यादो के क्रम में वर्ष 2017 की हार्दिक शुभकामनाये,
                                                -व्योमेश चित्रवंश,
                          बनारस, 29दिसंबर 2016, गुरूवार

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