व्योमवार्ता/एक खत मोदी जी के नाम : व्योमेश चित्रवंश की डायरी, १३ दिसंबर २०१८, गुरूवार
श्री नरेन्द्र मोदी जी,
प्रधान सेवक, भारत गणतंत्र, नई दिल्ली
प्रिय मोदी जी,
अब जब पॉचो विधानवसभा के चुनाव परिणाम आ चुके हैं, भाजपा तीनो हिन्दी प्रदेशों मे से सत्ताच्युत हो चुकी है तो एक बार इस हार के कारणों पर विचार करना जरूरी हो गया है। भाजपा का समर्थक होने के वजह से मै दुखी हूँ और चिंतित भी । मेरी चिन्ता कांग्रेस के बढ़ते जनाधार को लेकर नही है न ही मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान मे चुनाव को हारने को लेकर है । मेरी चिंता भाजपा के उस मूल वोटर के रूझान को ले कर है जो निराश हो नोटा के पक्ष मे खड़े होने को तैयार है। यह वोटर खुद को छला हुआ महसूस कर रहा है पर वह विकल्प के रूप मे कांग्रेस के पास या अन्य किसी के पास नही जाना चाहता बल्कि उसका विश्ववास निर्दलियों के प्रति बढ़ा है। वह आप को भी अपना न होता हुआ देख राजनीति के किनारे नोटा तट पर खड़ा है । अगर आपको ये लगतावहै कि भाजपालके पक्ष मे पड़े वोट आपकी विदेश नीति और विकास के चलते मिले है तो क्षमा किजियेगा मुझे यह कहने मे कोई संकोच नही कि मेरी दृष्टि मे आप गलत है क्योंकि कहीं भी विकास के नाम पर वोट नही पड़ा प्रधान सेवक जी..
वोट पड़े जातिवाद,निजी स्वार्थ, लालच और अवसरवाद पर, जिन समुदाय के लिए आप तीन तलाक अध्यादेश लाये,
जिस वर्ग को खुश करने सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ ST/S C कानून अध्यदेश लाये
जिस गरीब आदिवासी वर्ग को हर सरकारी योजना का लाभ सबसे पहले दिया 200 रु में बिजली बांटी, अरे नुकसान भी हमारे बिल में जोड़ा ।
शौचालय बनवाए और स्वच्छता कर हम मध्यम वर्गीय और छोटे दुकान दारों से वसूला। वो सब कुछ हराम में लेकर हिन्दू देवताओं की तस्वीरों पर थूकते हुए वीडियो भेजते रहे। इन सभी ने भाजपा को वोट दिया क्या ??
इन्होंने वोट नही दिया मोदीजी... भाजपा को वोट दिया उन लोगो ने जिसके लिए आपकी भाजपा की सरकारे कुछ नही करती हैं और तो और राशन की दुकान पर भी उन्हें गरीबी रेखा से ऊपर होनें की वजह से लाभ नहीं मिलेगा ऐसा बताया।
वो समर्पित वोटर जिन्हें आपने गुंडे तक कह डाला लेकिन फिर भी उसने वोट दिया
वो व्यापारी वर्ग जिसकी कमर आपने नोटबन्दी, GST लेकर तोड़ दी फिर भी आपको वोट दिया....
क्यों कि इनके लिए राष्ट्र प्रथम हैं भारत देश और सनातन धर्म की रक्षा की चिंता में सिर्फ भाजपा से आशा लगाए बैठे है मध्यम वर्ग के सामान्य जन की आपने उपेक्षा ही कि , हमेशा उसका वोट लेकर भूल गए , इस समर्पित जनता का अपमान मत कीजिये मोदीजी !
विकास विकास विकास होता रहेगा विकास आगे भी,लेकिन अपने समर्थकों की भावनाओ का भी सम्मान कीजिये राम मंदिर धारा 370, आरक्षण आर्थिक आधार पर एवं जनसंख्या नियंत्रण कानून , समान नागरिक संहिता के मुद्दों पर काम कीजिये और सदियों तक अपने समर्थकों के दिल मे बसिए..
ये आम नागरिक की व्यथा है, अभी भी कुछ नही बिगड़ा है। बाकी आप समझदार है।
थोड़े लिखे को ज्यादा समझियेगा। बाकी कहा सुना माफ करियेगा।
आपका,
व्योमेश चित्रवंश,
बनारस
13.122018, गुरूवार
http://chitravansh.blogspot.com
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