गुरुवार, 3 मार्च 2016

हॉ मै दक्षिणपंथी हूँ........ ( देशद्रोहियो को विपक्षी दलो के समर्थन पर ) व्योमेश चित्रवंश ०३/०३/२०१६

हॉ मै दक्षिणपंथी हूँ।

-क्योंकि मै अपने महत्वपूर्ण काम दाहिने हाथ से करता हूँ।
-क्योंकि मै अपने देश को बहुत प्यार करता हूँ।
-क्योंकि मै अपने देश का अपमान नही सह सकता।
- क्योंकि मै सिर्फ इसलिये किसी विचार या पक्ष की बुराई नही करता कि वह किसी एक पार्टी या दल विशेष का विचार है।
-क्योंकि मै अपने इतिहास बोध के प्रति सजग व प्रामाणिकता पर विश्वास करता हूँ।
-क्योंकि मैने अपने इस प्राचीनतम विश्वगुरू रहे भारतवर्ष के इतिहास को पश्चिमी चश्मे से देखने से इंकार करता हूँ।
-क्योंकि मैे अपने देश की बहुधर्मी बहुजातिय बहुसंस्कृति मे आस्था रखते हुये अतिविनम्रता के साथ उन ढेरो गपोड़ी, व विदेशी चाटुकारों व उनके चरणचुंबन करने वाले तथाकथित इतिहासकारो का अनुसरण अस्वीकार करता हूँ।
-क्योंकि मुझे अपने देश के संविधान, देश के संस्कृति, देश के लोगो से कोई शिकायत नही है।
-क्योंकि मुझे अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर देश के खिलाफ नारेबाजी नही पसंद है।
-क्योंकि मुझे अपने देश के न्यायव्यवस्था मे भरोसा है और मै उसके निर्णय का सम्मान करता हूँ।
- क्योंकि जब मेरे देश के खिलाड़ी जब दुनिया मे कही खेलते है तो मै उनके जीत के लिये दुआ करता हूँ।
क्योंकि जब मै अपने तिरंगे को कही लहराते हुये देखता हूँ तो खुद को गौरवान्वित व उर्जावान महसूस करता हूँ।
-क्योंकि जब कोई हरामजादा मेरे देश को गाली देता है तो मेरा मन उसका खून कर देने को करता है।
-क्योंकि मुझे अपने देश के खिलाफ एक भी शब्द सुनना अात्महत्या लगता है।
-क्योंकि मै अपने राष्टगीत राष्ट्रगान राष्ट्रीय प्रतीकों का सम्मान बिना यह विचार किये करता हूँ कि वह किसी मजहब, किसी वर्ग किसी जाति से सम्बन्धित है बल्कि मेरे लिये वह सिर्फ व सिर्फ मेरे देश के है।
-क्योंकि मै ऐसे किसी भी मानवाधिकार, विधिक अधिकार या विशेषाधिकार को नही मानता जो मेरे देश के अभिमान, एकता, अखण्डता, सम्मान, सुरक्षा व संप्रुभता के आड़े आते है।
-क्योंकि मुझे नफरत है ऐसे लोगो से जो मेरे देश की माटी मे पल मेरे देश का अन्न खा कर विदेशी मीडिया व विदेशी भीखों के लिये मेरे देश की बुराई करते है।

     और अगर इन कारणो से मुझे आप दक्षिणपंथी मानते हो तो हमे खुद को दक्षिणपंथी कहने मे गर्व है ।

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